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RAJ BHAVAN
GANGTOK, SIKKIM
प्रेस विज्ञप्ति
SKM/GOV/PR/2023/240
DATE – 02.06.2023
Raj Bhavan, Sikkim, celebrated the statehood of Telangana on 2.06.2023, this occasion was graced by the presence of the Honorable Governor of Sikkim Shri Lakshman Prasad Acharya.
The Honorable Governor addressing the gathering mentioned that the celebration of Telangana State Day in Sikkim is an exemplification of a strong nation and it personifies the spirit of joy and unity.
He applauded the Government of India for its decision on celebrating state day of each state in each state of India as a way to honour "Ek Bharat Shreshtha Bharat" and showcase the diverse cultural heritage and achievements of every region. It also strengthens the bonds between different states and regions of India, fosters a sense of common identity, and celebrates the rich cultural heritage symbolizing Indias unity in diversity which stands as the bedrock of this nation.
Further, emphasizing Ek Jan, Ek Rashtra, Ek Sanskriti, the Honorable Governor encouraged all to pledge on working towards the betterment of ones state and the nation, to continue to grow and prosper by drawing strength from our diversity in building a brighter future for these nations today and tomorrow.
To honour this significant day Raj Bhavan Sikkim hosted a series of events in observance of Telangana Statehood Day in collaboration with the Culture Department, Government of Sikkim.
The event commenced with a welcome speech by PRO Smt. Mamta Awasthy followed by a presentation of the brief history of Telangana by Deputy Secretary Raj Bhavan Shri Diwas Gautam.
The Department of Culture showcased the diversity of India through a culture show involving the two states.
प्रेस विज्ञप्ति
राजभवन में माननीय राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य की उपस्थिति में तेलंगाना स्थापना दिवस मनाया गया|
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एक भारत- श्रेष्ठ भारत की संकल्पना से राष्ट्र की एकता और
अखंडता को ज्यादा मजबूती प्राप्त हो रही है : राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य जी
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तेलंगाना के नागरिकों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं और अभिनन्दन
गंगटोक ,राजभवन में माननीय राज्यपाल श्री लक्ष्मण प्रसाद आचार्य जी की उपस्थिति में तेलंगाना राज्य स्थापना दिवस को भव्यता से मनाया गया | माननीय राज्यपाल ने इस अवसर पर कहा कि तेलंगाना स्थापना दिवस का उत्सव सिक्किम के राजभवन में मनाया जाना एक जन,एक संस्कृति, एक राष्ट्र का अदभुत उदाहरण है। राज्यपाल महोदय ने कहा, "भारत की एकता और अखंडता को मजबूती प्रदान करने और सांस्कृतिक विविधता और परंपराओं को उत्सव के रूप में मनाने के उद्देश्य से शुरू की गई इस पहल का आंतरिक हृदय से सम्मान करता हूँ | माननीय राज्यपाल ने कहा भारत की विविधता में भिन्न धर्म, भाषा, संस्कृति, जाति आदि अनेक मायनों में अपनी पहचान रखती हैं। इन सभी संस्कृतियों के साथ-साथ उनकी विशिष्टता को समझना और सम्मान करना भारत की एकता के लिए आवश्यक है। एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना राष्ट्र की एकता-अखंडता को ज्यादा मजबूत बना रही है।"
उन्होंने कहा कि 2 जून 2014 को भारत के 28 वे राज्य के रूप में शामिल हुआ तेलंगाना राज्य देश का सबसे नवनिर्मित और समृद्ध संस्कृतियों का राज्य है। राज्यपाल महोदय ने तेलंगाना के नागरिकों को स्थापना दिवस के अभिनंदन और शुभकामनाएं दीं।
तेलंगाना को एक समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक राज्य बताते हुए माननीय राज्यपाल ने विभिन्न नृत्य,संगीत और वाद्य यंत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि तेलंगाना भारतीय संस्कृति को विश्व पटल पर अपनी पहचान दिला रहा है| माननीय राज्यपाल ने पर्यटन स्थलों का भी उल्लेख करते हुए तेलंगाना को एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बताया है | उन्होंने कहा कि राज्य ने अपनी श्रेष्ठता और अनोखी पहचान से तमाम भारतीयों के दिलों में विशेष स्थान बनाया है।
इस अवसर पर राज्यपाल महोदय के साथ सिक्किम में बसे तेलंगाना के अग्रणी नागरिकों ,राजभवन परिवार के सदस्यगण ने संस्कृति विभाग ,सिक्किम सरकार द्वारा प्रस्तुत रंगारंग कार्यक्रम का आनंद लिया ।कलाकारों ने गीत, लेप्चा ,भूटिया ,नेपाली जैसे परम्परागत नृत्य प्रस्तुत किए। इस दौरान विशेष प्रस्तुति के रूप में कलाकारों ने तेलंगाना नृत्य भी प्रस्तुत किया जो एक भारत श्रेष्ठ भारत थीम को दर्शाता है| इस अवसर पर सिक्किम के राज्यपाल महोदय ने तेलंगाना के अग्रणी नागरिकों प्रेम स्वरुप सौगात भी भेट की | केंद्र सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार "एक भारत श्रेष्ठ भारत" को मजबूती प्रदान करने की दिशा में अब सभी राज्य अपने स्थापना दिवस के साथ साथ अन्य राज्यों का भी स्थापना दिवस मनाएंगे।