07.11.2024:The Hon’ble Governor of Sikkim, Shri Om Prakash Mathur granted an audience to members of the Pali Jain Sangh from Ahmedabad, Gujarat at Raj Bhavan, Gangtok, today. (In English & Hindi)
SKM/GOV/PR/2024/35
The Hon’ble Governor of Sikkim, Shri Om Prakash Mathur granted an audience to members of the Pali Jain Sangh from Ahmedabad, Gujarat at Raj Bhavan, Gangtok, today, as they are visiting Sikkim for tourism purpose.
While interacting with them, the Hon’ble Governor, Shri Om Prakash Mathur, said, “Sikkim is not only known for its natural beauty, but it is a completely organic farming state with zero crime rate. Sikkim is known for its peace and spirituality in spite of sharing its three international borders”.
Further, the Hon’ble Governor also informed about 1967 Nathula war, emphasizing the role played by the valiant Rajasthani army officer, Major General, Sagat Singh, acknowledging his bravery during the Indo-China War of 1967. He emphasized the state’s unique landscape, characterized by vibrant valleys of flowers, and commended the commitment of the Sikkimese people to nation-building.
Further, the Hon’ble Governor shared invaluable insights on the Vibrant Village Programme in Sikkim, the vision of ‘Viksit Bharat@2047’, as envisioned by the Hon’ble Prime Minister, Shri Narendra Modi.
The Hon’ble Governor added that that Sikkim is known for its peace and spirituality in spite of sharing its three international borders.
The members of Pali Jain Sangh have expressed their gratitude to the Hon’ble Governor and commended warm hospitality of the people of Sikkim. He also shared their experiences about Sikkim and its natural beauty of Sikkim
“सिक्किम भारत का ताज है।” माननीय राज्यपाल।
सिक्किम राजभवन में आज पाली जैन संघ, अहमदाबाद के अध्यक्ष अजय जी चोपड़ा एवं अन्य सदस्यों ने माननीय राज्यपाल श्री ओम प्रकाश माथुर से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष और सदस्यों ने राज्यपाल महोदय को गुलदस्ता, शॉल और स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका अभिनंदन किया।
पाली जैन संघ के सदस्यों ने सिक्किम के बारे में अपनी अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह राज्य अत्यंत सुंदर है और यहाँ का आतिथ्य भाव अद्वितीय है। उन्होंने कहा, “सिक्किम की प्राकृतिक सुंदरता और यहाँ के लोगों की गर्मजोशी भरी मेहमाननवाजी वाकई में सराहनीय है।”
इस अवसर पर माननीय राज्यपाल श्री ओम प्रकाश माथुर ने सभी के संवाद करते हुए कहा कि सिक्किम भारत का ताज है। उन्होंने कहा कि यह राज्य न केवल अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है, बल्कि यहाँ की अपराध दर शून्य है और पूरी तरह जैविक खेती वाला राज्य है।”
राज्यपाल महोदय ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा शुरू की गई पहल”वाइब्रेंट विलेज” और उस दिशा में उठाए जा रहे कदम के बारे में भी चर्चा की।
इस दौरान उन्होंने नाथुला के बारे में भी उपस्थित अतिथियों को अवगत कराया और विशेष तौर पर जनरल सगत सिंह द्वारा नाथुला दर्रा पर उनके योगदान को उजागर किया। उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि नाथुला राजस्थान से करीबी से जुड़ा हुआ है।
माननीय राज्यपाल ने इस बात पर भी प्रसन्नता जाहिर की कि बावजूद तीन अंतरराष्ट्रीय सीमाओं से घिरा सिक्किम , शांति और आध्यात्मिकता के लिए प्रसिद्ध है।
इस दौरान सिक्किम की संस्कृति, पर्यटन और विकास के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर भी चर्चा की गई। पाली जैन संघ के सदस्यों ने राज्यपाल महोदय को इस विशेष सम्मान के लिए धन्यवाद दिया है।