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    08.08.2024 : Message of Hon’ble Governor Shri Om Prakash Mathur on the occasion of Tendong Lho Rum Faat.

    Publish Date: August 8, 2024

    SKM/GOV/MSG/2024/197

    The Hon’ble Governor of Sikkim, Shri Om Prakash Mathur extends his warm greetings and best wishes to the people of Sikkim on the occasion of Tendong Lho Rum Faat.

    The Hon’ble Governor said “Tendong Lho Rum Faat is celebrated in Sikkim with great fervour and enthusiasm. It is a celebration of worshiping nature. On this day, the Lepchas pay homage to the most sacred Mount Tendong, considered by them as ‘Mayel Lyang” or heaven.

    This festival has a profound and uplifting effect on individuals, highlighting the deep respect, reverence, and significance that the people of Sikkim hold for nature. It further reinforces the human obligation to safeguard and preserve the revered aspects of our sacred landscape.

    On this auspicious occasion, I encourage everyone to continue with our commitment to preserving and protecting nature which is our most valued wealth.

     

    सिक्किम के माननीय राज्यपाल श्री ओम प्रकाश माथुर ने “तेंदोंग -लो- रम -फात” के शुभ अवसर पर सिक्किम के लोगों, विशेषकर लेप्चा समुदाय को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।

    माननीय राज्यपाल ने कहा, “लेप्चा समुदाय द्वारा मनाया जाने वाला यह पर्व माउंट तेंदोंग के प्रति उनकी श्रद्धा और सम्मान को दर्शाता है। लेप्चा समुदाय इसे धार्मिक अनुष्ठानों और प्रार्थनाओं के माध्यम से मनाते हैं जिसके माध्यम से वे अपने पूर्वजों की सुरक्षा के लिए माउंट तेंदोंग को अपना आभार व्यक्त करते हैं।

    यह पर्व धार्मिक महत्व के साथ सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन का भी महत्वपूर्ण हिस्सा है जो लेप्चा समुदाय की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को चिन्हित करता है |

    सिक्किम वासी सदा ही प्रकृति प्रेमी रहे हैं |प्रकृति की उपासना करना लोगों की प्रकृति के प्रति उनके सम्मान एवं प्रेम को दर्शाती है। सरकार की शिशु के जन्म पर 108 पेड़ लगाने की योजना “मेरो रुख मेरो संतति ” इसे और मजबूती प्रदान कर रही है|

    आइए, इस अवसर पर हम प्रकृति के प्रति अपनी आस्थाओं को और मजबूत करते हुए, अपनी अमूल्य प्राकृतिक संपदा की रक्षा और संवर्धन के लिए दृढ़ संकल्पित हों। यह अवसर हमें पर्यावरण संरक्षण के साथ- साथ हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक समृद्ध और स्थायी भविष्य की दिशा में भी कदम बढ़ाने की प्रेरणा देता है।