17.11.2024 : सिक्किम के माननीय राज्यपाल राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,सिक्किम के सातवें दीक्षान्त समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में हुए सम्मिलित |
SKM/GOV/PR/2024/51
सिक्किम के माननीय राज्यपाल राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,सिक्किम के सातवें दीक्षान्त समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में हुए सम्मिलित
सिक्किम के माननीय राज्यपाल श्री ओम प्रकाश माथुर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिक्किम (एनआईटी सिक्किम) के सातवें दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए।
एनआईटी, सिक्किम का दीक्षांत समारोह का आयोजन तथागत त्साल , बुद्धा पार्क रावंग्ला के परिसर में किया गया जहां कुलाधिपति, असम विश्वविद्यालय, एयर चीफ मार्शल श्री अरूप राहा विशिष्ट अतिथि, श्री रमेश कुमार सरावगी अध्यक्ष, शासी मंडल, महेश चन्द्र गोविल, निदेशक राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिक्किम,जी पी उपाध्याय एवं उगेन छोपेल ,शासी संकाय सदस्य, सिक्किम के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, अभिभावक, कर्मचारीगण एवं विद्यार्थीगण के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
माननीय राज्यपाल के समारोह स्थल के आगमन पर, उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया और इसके बाद औपचारिक रूप से दीक्षान्त समारोह के जुलूस में शामिल हुए।
इस दौरान माननीय राज्यपाल ने पीएचडी शोधकर्ताओं और स्नातक छात्रों को उपाधि और स्वर्ण पदक प्रदान किए। उन्होंने छात्रों को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
अपने संबोधन में राज्यपाल महोदय ने कहा कि आज का यह दिन हमारे युवा शक्ति के जीवन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह उनके कठिन परिश्रम, समर्पण और उत्कृष्टता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सिक्किम भारत के साँस्कृतिक और प्राकृतिक विविधता का जीता जागता उदाहरण है जिसे पूरे भारत की साँस्कृतिक विशेषताओं को अपने आंचल में समेटे हुए है और एनआईटी सिक्किम इसे मजबूती प्रदान कर रहा है।
उन्होंने इस बात पर भी विशेष प्रकाश डाला कि बावजूद विषम परिस्थितियों के, एनआईटी सिक्किम,युवाओं को आकार देने में सराहनीय प्रयास कर रहा है।
माननीय राज्यपाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्हें 2047 तक विकसित भारत के सपनों को साकार करने का ध्वजवाहक बताया है एवं सभी से राष्ट को सर्वोपरि रखने की अपील की है। उन्होंने अपने विवेक का प्रयोग करने और सही गलत की पहचान करने पर भी विशेष बल दिया है।
“हमारे देश का भविष्य आप सभी के हाथों में है। आप सभी ने जिस मेहनत और समर्पण के साथ यह मुकाम हासिल किया है, वह अत्यंत प्रशंसनीय है। आने वाला युग तकनीकी का युग है। आप सभी से मेरी अपेक्षा है कि आप अपने तकनीकी ज्ञान और कौशल का उपयोग मानव मूल्यों के साथ समाज और देश की सेवा में करेंगे।” माननीय राज्यपाल ने कहा।
माननीय राज्यपाल ने सभी उपाधि प्राप्तकर्ता से नवाचार करने, रोजगार प्रार्थी न बनकर स्वयं रोजगार प्रदाता बनने और जीवन की हर चुनौतियों का डट कर सामना करने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
आज के समारोह के दौरान, विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया।
समारोह में आमंत्रित कई अतिथियों द्वारा विशेष संबोधन रखा गया।