20.06.2025 : छह वर्षों के बाद पुनः शुरू हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा: पहले दल को सिक्किम के नाथुला दर्रे से माननीय राज्यपाल ने किया रवाना
छह वर्षों के बाद पुनः शुरू हुई कैलाश मानसरोवर यात्रा: पहले दल को सिक्किम के नाथुला दर्रे से माननीय राज्यपाल ने किया रवाना
छह वर्षों के अंतराल के बाद सिक्किम के माध्यम से पुनः आरंभ हुई पवित्र कैलाश मानसरोवर यात्रा आज एक गौरवशाली क्षण का साक्षी बनी, जब 20 जून 2025 को यात्रा कर रहे तीर्थयात्रियों के दल को सिक्किम के माननीय राज्यपाल श्री ओम प्रकाश माथुर द्वारा नाथुला से हरी झंडी दिखाकर विधिवत रवाना किया गया।
नाथुला दर्रे से प्रस्थान करने से पहले तीर्थयात्रियों से माननीय राज्यपाल ने बातचीत की एवं यात्रियों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
तीर्थयात्रियों को रवाना करते हुए, माननीय राज्यपाल ने इस ऐतिहासिक मार्ग के पुनः आरंभ को अंतरराष्ट्रीय मैत्री और भारतीय आध्यात्मिक परंपराओं की पुनर्स्थापना का प्रतीक बताया है जो बौद्ध, हिंदू एवं जैन समुदायों के आस्था को प्रतिबिंबित करता है। इस अवसर पर यात्रा को पुनः आरंभ करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने सिक्किम के मार्ग से तीर्थयात्रियों के दल को रवाना करना स्वयं राज्य के लिए गर्व की बात है बताते हुए राकहा,
“यह सिक्किम राज्य के लिए अत्यंत गौरव का क्षण है कि यह ऐतिहासिक और आध्यात्मिक यात्रा राज्य की पवित्र भूमि से होकर आगे बढ़ रही है।” माननीय राज्यपाल ।
इस दौरान उन्होंने सिक्किम सरकार,भारत तिब्बत सीमा पुलिस, भारतीय सेना को भी अपने सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है।
तीर्थयात्रा के इस पहले दल में 33 तीर्थयात्री,दो एश्कोर्ट तथा 1 डॉक्टर शामिल हैं, जिन्होंने अनिवार्य चिकित्सकीय परीक्षणों के उपरांत सिक्किम पहुंचकर उच्च हिमालयी परिस्थितियों के लिए दो चरणों में अनुकूलन प्रक्रिया को पूरा किया — पहले 18वीं माइल पर, तत्पश्चात शेराथांग में, जहाँ उन्होंने प्रकृति के बीच संतुलन साधा।
नाथुला दर्रे से प्रस्थान करते हुए तीर्थयात्रियों को माननीय राज्यपाल ने हरि झंडी दिखाकर रवाना किया, इस दौरान सिक्किम सरकार के माननीय मंत्रीगण, माननीय विधायक, भारत तिब्बत सीमा पुलिस और भारतीय सेना के अधिकारी, सिक्किम सरकार के उच्च अधिकारीगण भी उपस्थित रहे। यात्रियों को सीमा पार चीनी अधिकारियों द्वारा स्वागत किए जाने की व्यवस्था की गयी थी, जहाँ से वे कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील की ओर अपनी आध्यात्मिक यात्रा जारी रखेंगे।
इस यात्रा की संपूर्ण व्यवस्था विदेश मंत्रालय, भारत सरकार, सिक्किम पर्यटन विकास निगम और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा संचालित किया गया है, जिससे तीर्थयात्रियों को निर्बाध और सुरक्षित अनुभव प्राप्त हो सके।
इस ऐतिहासिक अवसर पर माननीय विधान सभा उपाध्यक्षा श्रीमती राजकुमारी थापा, पर्यटन मंत्री श्री टी टी भूटिया,सड़क एवं पूल विभाग के माननीय मंत्री श्री एन. बी. दहाल, माननीय क्षेत्र विधायक श्रीमती पामीन लेप्चा,कवि तिङदा क्षेत्र विधायक टी भूटिया ,चेयरमैन पर्यटन विभाग एवं पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सी. एस.राव उपस्थित रहे।