22.05.2025: आज नामग्याल इंस्टीट्यूट ऑफ तिब्बतोलॉजी, सिक्किम द्वारा छोग्याल पालदेन थोंडुप नामग्याल, एवं पूर्व दीवान नारी के. रुस्तमजी की स्मृति में एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
आज नामग्याल इंस्टीट्यूट ऑफ तिब्बतोलॉजी, सिक्किम द्वारा छोग्याल वंश के अंतिम छोग्याल, पालदेन थोंडुप नामग्याल, एवं पूर्व दीवान नारी के. रुस्तमजी की स्मृति में एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सिक्किम के माननीय राज्यपाल श्री ओम प्रकाश माथुर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि माननीय राज्यपाल संस्थान के अध्यक्ष भी हैं।
प्रदर्शनी में छोग्याल पालदेन थोंडुप नामग्याल और नारी के. रुस्तमजी की गहरी मित्रता तथा सिक्किम के विकास में उनके योगदान को चित्रित किया गया। आयोजन के दौरान शहनाज़ रुस्तमजी स्लेटर और रशने रुस्तमजी अथायडे—रुस्तमजी की बेटियों—को माननीय राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया।
नारी के. रुस्तमजी एक भारतीय सिविल सेवा के अधिकारी थे, जिन्होंने सिक्किम, भूटान और असम में महत्वपूर्ण सेवाएँ दीं। सिक्किम में दीवान के रूप में, उन्होंने छोग्याल ताशी नामग्याल और उनके पुत्र पालदेन थोंडुप नामग्याल के साथ कार्य किया।
प्रदर्शनी में रुस्तमजी परिवार से जुड़े दुर्लभ फ़ोटो और दस्तावेज प्रदर्शित किए गए, जिनमें से कई पहली बार सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर सिक्किम सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के माननीय मंत्री श्री अरुण उप्रेति, धर्म विभाग के माननीय मंत्री श्री सोनम लामा, रूमतेक मार्तेम क्षेत्र के विधायक सोनम वेनचुंगपा, संस्थान के निदेशक डॉ. पासांग डी. फेम्पू, सहित कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही।