28.02.2025 : सिक्किम के माननीय राज्यपाल ने गेजिंग जिले के अपने दूसरे दिन के दौरे के दौरान लोसर के पावन अवसर पर पेमायंग्त्से मठ और चिरिंजे मठ में विशेष प्रार्थना की।
सिक्किम के माननीय राज्यपाल, श्री ओम प्रकाश माथुर ने गेजिंग जिले के अपने दूसरे दिन के दौरे के दौरान लोसर के पावन अवसर पर पेमायंग्त्से मठ और सांगछोलिंग स्थित चिरिंजे मठ में विशेष प्रार्थना की। उन्होंने इस दौरान सिक्किम के लोगों की दीर्घायु, चिरंजीवी और शांति के लिए प्रार्थना की। राज्यपाल महोदय ने मठ के लामाओं और स्थानीय लोगों से भी मुलाकात की और पेमायंग्त्से मठ के इतिहास और स्थानीय परंपराओं के बारे में जानकारी प्राप्त की।
अपनी यात्रा के दौरान, माननीय राज्यपाल ने 36वीं वाहिनी एवं 72वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के दो कैंपों का भी दौरा किया। उन्होंने जवानों से मुलाकात की और उनकी हौसलाअफजाई की। राज्यपाल महोदय ने सीमा क्षेत्र की सुरक्षा में उनके समर्पण और कड़ी मेहनत की सराहना की। इस अवसर पर एसएसबी के डीआईजी, शिव दयाल सिंह, 36वीं वाहिनी के कमांडेंट, अजित कुमार, 72वीं वाहिनी के कमांडेंट, जय प्रकाश, एवं अन्य अधिकारियों और जवानों की उपस्थिति रही।
इसके अलावा, उन्होंने खीचीपेरी झील का दौरा किया, जिसे 22 फरवरी, 2025 को सिक्किम की पहली रामसार साइट के रूप में मान्यता मिली है। इस दौरान, माननीय राज्यपाल को जिला प्रशासन केंद्र, गेजिंग की ओर से स्थानीय लोगों द्वारा निर्मित चीजें भेंट की गईं।
इसके अतिरिक्त, माननीय राज्यपाल ने कंचनजंगा वॉटरफॉल का भी दौरा किया और इस स्थान की प्राकृतिक सुंदरता की प्रशंसा की।
इसी कड़ी में, उन्होंने गेजिंग जिले में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनाओं को रेखांकित किया और अधिकारियों को जिले के पर्यटन स्थलों की सुविधाओं का विस्तार करने के निर्देश दिए ताकि पर्यटकों की संख्या बढ़े, स्थानीय लोगों की आय के स्रोत बढ़ें और उनका जीवन सुगम हो सके।