Close

    12.3.2025 : आज सिक्किम के माननीय राज्यपाल श्री ओम प्रकाश माथुर अपने एक दिवसीय पाकयोंग जिला दौरे पर हैं।

    Publish Date: March 12, 2025

    आज सिक्किम के माननीय राज्यपाल श्री ओम प्रकाश माथुर अपने एक दिवसीय पाकयोंग जिला दौरे पर हैं। पाकयोंग पहुंचने पर माननीय राज्यपाल महोदय ने सर्वप्रथम, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सहयोग से निर्मित एकीकृत बहुउद्देशीय हॉल का उद्घाटन किया। इसी बहुउद्देशीय हॉल में आज अल्केम-सुलभ पुरस्कार समारोह ‘आगाज प्लस’ का भी आयोजन किया गया, जिसमें माननीय राज्यपाल मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए।
    सुलभ सैनिटेशन क्लब और एल्केम फाउंडेशन सिक्किम के सरकारी स्कूलों में स्वच्छता को बढ़ावा दे रही है और विशेष रूप से छात्राओं की शिक्षा और सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके अंतर्गत,विद्यालयों में छात्राओं के लिये चेंजिंग रूम व स्वच्छ पीने का पानी व शौचालय निर्माण की दिशा में कार्य किया जा रहा है जो ड्रॉप आउट की समस्या को रोकने में सहायक है|
    अपने सम्बोधन में माननीय राज्यपाल ने सुलभ सैनिटेशन क्लब और एल्केम फाउंडेशन की परियोजना ‘आगाजप्लस’ की सराहना की है | उन्होने कहा कि सिक्किम के सरकारी स्कूलों में स्वास्थ्य और स्वच्छता क्षेत्र में सुलभ सैनिटेशन क्लब और एल्केम फाउंडेशन के प्रयास सरहनीय हैं जिनके माध्यम से छात्रों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ रही है| उन्होंने स्कूलों में लड़कियों के चेंजिंग रूम के पहल की भी सराहना की है|
    माननीय राज्यपाल ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए ‘स्वच्छ भारत मिशन’ पर भी विशेष रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने स्वच्छता को जन आंदोलन में बदला है जिससे समाज में स्वच्छता के प्रति लोगों कि दृष्टिकोण में बदलाव आया है और इससे विशेष रूप से महिलाओं को लाभ हुआ है।
    माननीय राज्यपाल ने सिक्किम को स्वच्छता के क्षेत्र मे देश का अग्रिणी राज्य बताते हुए राज्य कि कई हरित नीतियों पर प्रकाश डाला | उन्होने प्लास्टिक मुक्त सिक्किम, ‘मेरो रुख मेरो संतति’, ‘मेरो बाटो मेरो बोट’ आदि पहलों कि प्रसंसा करते हुए कहा कि ये पहल स्वच्छ भारत मिशन में अपना महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रहे हैं और अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण स्थापित कर रहे हैं |
    इसके अतिरिक्त, आज राज्यपाल महोदय रोङ्ग्ली में ‘होलिस्टिक एंड रिसर्च सेंटर’ द्वारा योग और प्रकृतिक चिकित्सा पर आयोजित 8 वें राष्ट्रीय संगोष्ठी में सम्मालित हुए |
    अपने सम्बोधन में माननीय राज्यपाल ने योग और प्रकृतिक चिकित्सा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि योग हमारे शारीरिक, मानसिक और मंतुलन को बनाए रखने का साधन है। इसी प्रकार, प्राकृतिक चिकित्मा हमें प्रकृति से जुड़ने और बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त करने का मार्ग दिखाती है। यह दोनों ही उपक्रम न केवल रोगों के उपचार की ओर ध्यान केंद्रित करते हैं, बल्कि उनके मूल कारणों कि पहचान कर हमें स्वस्थ जीवन जीने की प्रेरणा भी देते हैं।
    राज्यपाल महोदय ने कहा कि भारत विश्व गुरु था और अपनी प्राचीन परंपराओं और ज्ञान के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। उन्होने कहा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के अथक प्रयास से योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है और जनसाधारण तक पहुंच बनी है |
    “योग के कारण हमारी प्राचीन ज्ञान परंपरा और धरोहर को एक पहचान मिली है। निश्चित रूप से यह हमारे देश के लिए बड़ी उपलब्धि व प्रतिष्ठा की बात है।“ माननीय राज्यपाल |
    इस दौरान माननीय राज्यपाल ने ‘होलिस्टिक एंड रिसर्च सेंटर’के प्रमुख निदेशक डॉ.अरुण प्रधान के प्रयासों की सराहना की है | उन्होने कहा कि दूरदराज़ ग्रामीण क्षेत्र में योग और प्रकृतिक चिकित्सा के प्रति लोगों को जागरूक करना सरहनीय है |
    माननीय राज्यपाल ने कहा कि दुनिया वापस प्रकृति कि ओर लौट रही है |उन्होने सभी से योग को अपनाने योग और प्राकृतिक चिकित्सा का अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लेने और स्वच्छ भारत मिशन और स्वस्थ समाज के निर्माण में एकजुट होकर आगे बढ्ने का आह्वान किया है |
    माननीय राज्यपाल ने सिक्किम को असंख्य जड़ी-बूटियाँ से समृद्ध प्रदेश और योग के लिए बेहद अनुकूल स्थल बताया है | उन्होने कहा कि राज्य स्वास्थ्य पर्यटन का केंद्र बनने में सक्षम है और साथ ही राज्य के कोने -कोने में वेलनेस सेंटर खोल कर प्रत्येक गाँव को आत्मनिर्भर बनाने की संभावना पर भी ज़ोर दिया है |
    आज के कार्यक्रम में कृषि, बागवानी, पशुपालन और पशु चिकित्सा सेवाएं, और मत्स्य पालन विभाग के मंत्री श्री पूरन कुमार गुरंग, जिला उपाध्यक्ष पाक्योंग, श्रीमती प्रभा प्रधान, जिला कलेक्टर पाक्योंग, श्री रोहन अगवाने, एसपी पाक्योंग, श्रीमती धन माया सुब्बा, शिक्षा विभाग के अधिकारी,सुलभ इंटरनेशनल और एल्केम फाउंडेशन के प्रतिनिधि , हवाई अड्डा प्राधिकरण के प्रतिनिधि, शिक्षक और छात्र छात्राओं की उपस्थिति रही।