13.05.2025 : सिक्किम@50 स्वर्ण जयंती कॉन्क्लेव – सिक्किम राज्य स्थापना की 50वीं वर्षगांठ का उत्सव’ कार्यक्रम का आयोजन |
सिक्किम@50 स्वर्ण जयंती कॉन्क्लेव – सिक्किम राज्य स्थापना की 50वीं वर्षगांठ का उत्सव’ कार्यक्रम का आयोजन
माननीय राज्यपाल ने उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत
आज अदमपुल में सिक्किम राज्य स्थापना की 50वीं वर्षगांठ के अंतर्गत आयोजित ‘सिक्किम@50 स्वर्ण जयंती कॉन्क्लेव’का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सिक्किम के माननीय राज्यपाल श्री ओम प्रकाश माथुर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
इस विशेष कार्यक्रम का आयोजन प्रेस क्लब ऑफ सिक्किम द्वारा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, सिक्किम सरकार के सहयोग से किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रेस क्लब ऑफ सिक्किम के अध्यक्ष श्री भीम रावत के स्वागत भाषण से हुई।
अपने संबोधन में राज्यपाल महोदय ने मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए ‘सिक्किम@50 स्वर्ण जयंती कॉन्क्लेव’ के आयोजन के लिए प्रेस क्लब ऑफ सिक्किम एवं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को बधाई दी। उन्होंने सिक्किम की 50 वर्षीय यात्रा पर प्रकाश डालते हुए इसे सफलताओं का उत्सव, नई चुनौतियों का सामना करने तथा भविष्य की दिशा तय करने का महत्वपूर्ण अवसर बताया।
राज्यपाल महोदय ने ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम’ का उल्लेख करते हुए बताया कि 2014 से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर-पूर्व और सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास हेतु कई महत्वपूर्ण पहल की गई हैं। इनमें ‘एक्ट ईस्ट नीति’, बेहतर हवाई और रेल संपर्क, एवं उन्नत सड़क नेटवर्कजैसी योजनाएं शामिल हैं।
इसके अलावा, उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर भी प्रकाश डाला, जो भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ एक सशक्त सैन्य अभियान है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के हालिया संबोधन का उल्लेख किया, जिसमें माननीय प्रधानमंत्री जी ने स्पष्ट किया कि भारत अब केवल प्रतिक्रिया नहीं देता, बल्कि निर्णायक कार्रवाई करता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध भारत की लड़ाई केवल राष्ट्रीय हितों तक सीमित नहीं, बल्कि यह पूरे विश्व की सुरक्षा के लिए भी अत्यंत आवश्यक है।
राज्यपाल महोदय ने भारतीय सेना के वीर जवानों के साहस और पराक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की सैन्य रणनीति और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने यह भी दोहराया कि भारत अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा हेतु किसी भी चुनौती का सामना करने को पूर्णतः तैयार है।
अपने संबोधन के अंत में राज्यपाल महोदय ने आशा व्यक्त की कि यह कॉन्क्लेव नए विचारों, नई प्रतिबद्धता और सिक्किम को एकजुट करने का मंच बनेगा। उन्होंने कहा कि गोल्डन जुबली केवल अतीत के गौरव का स्मरण मात्र नहीं, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने का अवसर भी है।