05.02.2025 : 11वीं विधानसभा सत्र के बजट (पूरक) सत्र में अभिभाषण
11वीं विधानसभा सत्र के बजट (पूरक) सत्र में अभिभाषण
05 फ़रवरी, 2025
माननीय अध्यक्ष,
माननीय मुख्यमंत्री,
सदन के सम्मानित सदस्य,
वर्ष 2025 के प्रथम विधानसभा सत्र को संबोधित करना मेरे लिए प्रसन्नता की बात है। आज का यह सत्र विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस वर्ष सिक्किम “भारत गणतन्त्र में विलय के” अपने राज्य दर्जा प्राप्ति के 50 वर्ष पूरे करेगा। सिक्किमवासियों के लिए तब से लेकर अब तक का सफर अत्यंत स्मरणीय और सार्थक रहा है।
16 मई, 1975 से, जब सिक्किम भारत का 22वां राज्य बना, सिक्किम ने प्रजातान्त्रिक प्रणाली में सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास किया है। अपनी उत्कृष्ट उपलब्धियों के कारण सिक्किम राज्य आज पूरी दुनिया के समक्ष एक मिसाल के रूप में उभर रहा है। यह परिवर्तन दूरदर्शी नेतृत्व, प्रभावी शासन और हमारे लोगों के दृढ़ संकल्प का परिणाम है।
माननीय सदस्यगण,
केंद्र सरकार के निरंतर मार्गदर्शन एवं सहयोग से सिक्किम एक अग्रणी राज्य के रूप में देश के विकास में निरंतर योगदान दे रहा है।
सड़क मार्ग, डिजिटल कनेक्टिविटी और शहरी नियोजन के साथ बुनियादी ढांचे का विकास मेरी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। हालाँकि, लगातार प्राकृतिक व्यवधानों के कारण NH10 और पाकयोंग हवाई अड्डे परिचालन संबंधी चुनौतियाँ बनी हुई है जिनमें निरंतर सहयोग की आवश्यकता रहती है |मेरी सरकार इन मुद्दों को तत्परता से संबोधित कर रही है| भारतनेट परियोजना और अन्य डिजिटल बुनियादी ढांचे जैसे कार्यक्रम हाई-स्पीड कनेक्टिविटी का विस्तार कर रही है जिससे डिजिटल विभाजन को पाटने और सिक्किम के लोगों के लिए नए अवसर खुल रहे हैं |
माननीय सदस्यगण,
सिक्किम ने विभिन्न क्षेत्रों में जो महत्वपूर्ण प्रगति की है, उसे बताते हुए मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है। नीति आयोग के नवीनतम सतत विकास लक्ष्य मूल्यांकन के अनुसार, सिक्किम ने वर्ष 2020-21 की तुलना में हाल में उल्लेखनीय प्रगति की है |
कई प्रमुख संकेतकों में असाधारण उपलब्धियों के साथ सिक्किम सतत विकास लक्ष्य प्राप्ति में पूर्वोत्तर राज्यों में अग्रणी राज्य बना हुआ है। बहु-आयामी गरीबी सूचकांक में सिक्किम केरल और गोवा से से सिर्फ एक कदम पीछे है, जो हमारी गरीबी उन्मूलन और सामाजिक-आर्थिक कल्याण की मजबूत नीतियों को प्रदर्शित करती है| हमने कई सतत विकास लक्ष्य मापदंडों में राष्ट्रीय लक्ष्यों को पूरा किया है जिससे संतुलित और समावेशी विकास की दिशा में एक मॉडल राज्य के रूप में हमारी स्थिति मजबूत हुई है।
सतत विकास लक्ष्य 10 – कम असमानता के तहत, हमने एक सुरक्षित, अधिक न्यायसंगत समाज को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय प्रगति की है। महिलाओं और कमजोर वर्ग में अपराध दर में गिरावट, एक अधिक न्यायसंगत समाज,सुरक्षा,सामाजिक समावेशिता सुनिश्चित करने की हमारी निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है। महिला सशक्तिकरण, सामाजिक न्याय और समान अवसर पर हमारी प्रगतिशील नीतियों ने सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने को मजबूत किया है, जिससे सभी नागरिकों की प्रगति और विकास सुनिश्चित हुआ है |
सतत विकास लक्ष्य 6 – स्वच्छ जल और स्वच्छता के अंतर्गत, सिक्किम ने 96% का प्रभावशाली दर हासिल किया है जो स्वच्छ पेयजल और स्वच्छ वातावरण के प्रति राज्य की सफलता को रेखांकित करती है। यह उपलब्धि सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में मजबूत निवेश, समुदाय-संचालित स्वच्छता पहल और स्वच्छ जल कार्यक्रमों के प्रभावी कार्यान्वयन के माध्यम से संभव हुई है।
न्यायिक बुनियादी ढांचे के मामले में भी सिक्किम देश में सबसे आगे है| प्रति लाख जनसंख्या पर छह अदालतें एक कुशल और पारदर्शी न्यायिक प्रणाली के प्रति हमारी कटिबद्धता की पुष्टि करती है। कानूनी ढांचे को मजबूत करना और समय पर न्याय सुनिश्चित करना मेरी सरकार की केंद्रीय प्राथमिकता हैं |
पर्यावरणीय स्थिरता के क्षेत्र में, हमारे राज्य ने उद्योग पर्यावरण नियमों में 100% अनुपालन दर बनाए रखी है। यह पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारे प्रयासों के अटूट समर्पण को दर्शाता है। कड़े पर्यावरण मानकों और नवोन्वेषी स्थिरता नीतियों को लागू करके, सिक्किम हरित औद्योगीकरण में एक अनुकरणीय मानक स्थापित कर रहा है। हमारा लक्ष्य आर्थिक विस्तार और पर्यावरण संरक्षण को एक साथ लेकर चलना है |
सिक्किम की औद्योगिक और आर्थिक प्रगति भी उल्लेखनीय है। विनिर्माण क्षेत्र राज्य के सकल घरेलू उत्पाद में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है जो भारत में सबसे अधिक है। यह उपलब्धि हमारे मजबूत औद्योगिक आधार, निवेशक-अनुकूल माहौल और नवाचार-संचालित विकास के प्रति मेरी सरकार की प्रतिबद्धता को उजागर करती है। उल्लेखनीय नीतियों, विभिन्न प्रोत्साहन और उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र के माध्यम से, राज्य ने उद्योग और उद्यम के लिए एक अग्रणी केंद्र के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है। मेरी सरकार औद्योगिक उत्पादकता, रोजगार सृजन और सतत आर्थिक विविधीकरण को बढ़ाने के लिए नीतियों को मजबूत कर रही है।
हमने अपने नागरिकों के स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित करते हुए पोषण और स्वास्थ्य देखभाल (सतत विकास लक्ष्य 3) में सरहनीय प्रगति की है।
माननीय सदस्यगण,
इसके अलावा, सिक्किम ने आर्थिक लचीलापन और स्थिर प्रगति का लगातार प्रदर्शन किया है। हमारा प्रति व्यक्ति सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) पिछले 12 वर्षों में लगभग चौगुना हुआ है, जिससे हम आर्थिक प्रदर्शन में अग्रणी राज्यों में शामिल हो गए हैं। जिस प्रकार आज हम प्रगति की राह पर आगे बढ़ रहे हैं, यह हमारे दूरदर्शी नेतृत्व, सुदृढ़ नीति निर्धारण और हमारे नागरिकों की दृढ़ता का प्रमाण है जो हमें ‘सुनौलो सिक्किम, समृद्ध सिक्किम अनि समर्थ सिक्किम’ के लक्ष्य प्राप्ति के साथ एक आत्मनिर्भर सिक्किम निर्माण में
अपने सामूहिक दृष्टिकोण के साथ चलने की प्रेरणा प्रदान करता है |
माननीय सदस्यगण,
सिक्किम के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भी हाल के वर्षों में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है, जिससे हमारे लोगों के मध्य चिकित्सा सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार हुआ है। आज बुनियादी ढांचे, चिकित्सा विशेषज्ञता और गुणवत्तापूर्ण सेवा के साथ, सिक्किम भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सबसे प्रगतिशील राज्यों में से एक है। ये उपलब्धि हमारे सभी नागरिकों की सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करने की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है।
सिक्किम ने जन्म और मृत्यु पंजीकरण में भी सराहनीय सफलता हासिल की है राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
इसी प्रकार, पिछले तीन वर्षों में मृत्यु पंजीकरण राष्ट्रीय दर से अधिक है। इसके अतिरिक्त, पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए जन्म पंजीकरण दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
राज्य ने मृत्यु दर कम करने में भी उल्लेखनीय प्रगति की है। सिक्किम में नवजात मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय दर से कम है। इसके अतिरिक्त, पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से काफी कम है।
इसके अतिरिक्त, राज्य में माताओं को प्रसवपूर्व पहली तिमाही के दौरान राष्ट्रीय औसत से अच्छी देखभाल प्राप्त हो रही है | सिक्किम में संस्थागत जन्म भी राष्ट्रीय दर से अधिक है और इसके अंतर्गत, कुशल स्वास्थ्य कर्मियों के भाग लेने का आकड़ा राष्ट्रीय आंकड़ा से अधिक है। मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता के क्षेत्र में भी 15-24 वर्ष की आयु की महिलाएं स्वच्छ तरीकों का उपयोग करती हैं |
इसके अतिरिक्त, सिक्किम बाल स्वास्थ्य और टीकाकरण में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है। राष्ट्रीय दर की तुलना में 12-23 महीने की आयु के बच्चों का पूर्ण टीकाकरण प्रतिशत अधिक है। इसके अतिरिक्त, 9-35 महीने की आयु के बच्चों को विटामिन ए की खुराक मिली है, जो राष्ट्रीय प्रतिशत से अधिक है। इसके अलावा, 12-23 महीने के आयु वर्ग के सभी बच्चों को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा केन्द्रों पर अधिकांश टीकाकरण प्राप्त हुआ है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
सिक्किम के न्यू एसटीएनएम अस्पताल के सुपर-स्पेशियलिटी विभागों में हाल में महत्वपूर्ण प्रगति देखी गई है। मेडिकल ऑन्कोलॉजी में, इम्यूनोथेरेपी और रेडियोथेरेपी की शुरूआत ने कैंसर के उपचार को अधिक सुलभ किया है। प्लास्टिक और रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी/बर्न्स यूनिट ने सिर और गर्दन के कैंसर की सर्जरी सहित जटिल मामलों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है, जबकि मिशन स्माइल के सहयोग से वार्षिक क्लेफ्ट शिविर भी आयोजित किए गए हैं।
अत्याधुनिक कैथ-लैब ऑपरेशन थिएटर, कार्डियोलॉजी विभाग ने कई सफल सर्जरी की हैं। गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में, रक्तस्रावी अल्सर के लिए आर्गन प्लाज्मा जमावट, कैंसर के उपचार के लिए उन्नत स्टेंटिंग और एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड जैसी अत्याधुनिक प्रक्रियाएं शुरू की गई हैं।
कार्डियोथोरेसिक वैस्कुलर सर्जरी विभाग ने एंडोवास्कुलर लेजर एब्लेशन और डिकॉर्टिकेशन सर्जरी में अग्रणी भूमिका निभाई है, जबकि न्यूरोसर्जरी विभाग स्पाइनल सर्जरी, ब्रेन ट्यूमर और न्यूरो-एंडोवास्कुलर प्रक्रियाओं में सफलता हासिल की है। प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग ने डिम्बग्रंथि के कैंसर के लिए पैल्विक सर्जरी और उन्नत उपचार भी सफलतापूर्वक किए हैं।
यूरोलॉजी विभाग ने मूत्राशय की पथरी को हटाने और जटिल किडनी सर्जरी सहित बड़ी संख्या में प्रमुख प्रक्रियाएं पूरी की हैं। हेड एंड नेक सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग ने कई कैंसर सर्जरी की हैं, जिससे रोगियों को राज्य के बाहर इलाज कराने की आवश्यकता काफी कम हो गई है।
क्रोनिक किडनी रोग को एक बढ़ती स्वास्थ्य चुनौती के रूप में चिन्हित करते हुए, विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान, हमने राज्य भर में डायलिसिस के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है। न्यू एसटीएनएम अस्पताल में कई हेमोडायलिसिस मशीनें संचालित हैं , जिनमें से एक हेपेटाइटिस और एचआईवी पॉजिटिव रोगियों के लिए समर्पित है जो डायलिसिस रोगियों को सेवा प्रदान कर रहीं हैं और सालाना हजारों डायलिसिस सत्र आयोजित करती है
|
2021 में, सरकार ने एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पेरिटोनियल डायलिसिस की शुरुआत की, जिसमें , उन रोगियों का नामांकन किया गया जिन्हें उनके इलाज के लिए मुफ्त वस्तुएं प्रदान की गईं । वर्तमान में, राज्य भर में कई डायलिसिस मशीनें चालू हैं, जो प्रतिदिन रोगियों को सेवा प्रदान करती हैं। किडनी की देखभाल तक पहुंच को और विस्तारित करने के लिए, जोरेथांग और सोरेंग में अतिरिक्त डायलिसिस केंद्र जल्द ही चालू किए जाएंगे।
स्वास्थ्य सेवा बुनियादी ढांचा सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। सिंगताम और सोरेंग में नए जिला अस्पताल स्थापित किए गए हैं, जबकि नामची जिला अस्पताल 500 बेड वाले अस्पताल का विस्तार किया जा रहा है , जो पूरी तरह से राज्य वित्त पोषित है। यह महत्वपूर्ण परियोजना,सिक्किम राज्य स्थापना की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर पूर्ण करने के लिए निर्धारित किया गया है जो नामची, गेजिंग और सोरेंग जिलों के मरीजों की देखभाल करेगी| इससे राजधानी के न्यू एसटीएनएम अस्पताल में मरीजों के भार कम होने की संभावना है ।
बुनियादी ढांचे के विकास के अलावा, सरकार स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अंतर्गत, रोगियों को वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रही है। ‘मुख्यमंत्री स्वास्थ्य सुविधा योजना’ और ‘मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष’ जैसी योजनाओं के माध्यम से, रोगियों जिन्हें वित्तीय सहायता की आवश्यकता है, को सहयोग प्रदान किया जा रहा है |
इसके अतिरिक्त, ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल विलेज क्लिनिक पहल शुरू की गई है जो प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को सीधे ग्रामीण समुदायों तक पहुंच बनाए हुए हैं जिससे दूरदराज के क्षेत्रों में भी आवश्यक चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित हो सके |
ये व्यापक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ सिक्किम में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती प्रदान करने की सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को उजागर करती है। बुनियादी ढांचे के विकास, अत्याधुनिक चिकित्सा सेवा और स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रमों के माध्यम से सभी नागरिकों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित की जा रही है |
माननीय सदस्यगण,
पर्यटन सिक्किम में आर्थिक विकास का अभिन्न अंग है, और राज्य सरकार सिक्किम को विश्व स्तरीय पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य की अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आतिथ्य सत्कार के भाव के साथ, हमारा राज्य दुनिया भर के यात्रियों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। साहसिक और रोमांचकारी पर्यटन के प्रमुख केंद्र के रूप में सिक्किम ने कई परिवर्तनकारी परियोजनाएं शुरू की हैं| आधुनिकीकरण और विकास के लिए बढ़ाए गए कदम में, हमने अपनी समृद्ध संस्कृति और विरासत को संरक्षित करने के लिए ठोस प्रयास किए हैं |
सबसे महत्वाकांक्षी पर्यटन पहलों में से एक दक्षिण सिक्किम के यांगांग में धापर से भालेढुंगा तक पर्यावरण-अनुकूल रोपवे है | इस अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे में दो स्टेशन हैं- धप्पर और भालेढुंगा -जो कई टावरों से जुड़े हुए हैं। यह रोपवे लुभावने मनोरम दृश्य के साथ रोमांच का मिश्रण है।
इसके अलावा, पश्चिम सिक्किम में पेलिंग हेलीपैड को संगाचोलिंग मठ पहाड़ी की चोटी से जोड़ने वाला यात्री रोपवे है, जिसे अंतरराष्ट्रीय सहयोग से विकसित किया गया है।
सिक्किम को एक अग्रणी इको-पर्यटन केंद्र में स्थापित करने के लिए, हम नामची जिले के भालेढुंगा में एक अत्याधुनिक स्काईवॉक का निर्माण कर रहे हैं। भारत में अपनी तरह का पहला, यह गोलाकार स्काईवॉक अपने ब्रैकट ग्लास फर्श के माध्यम से आसपास की घाटियों और पहाड़ियों का हवाई दृश्य प्रदान करेगा। इस परियोजना में रोपवे के ऊपरी टर्मिनल को स्काईवॉक से जोड़ने वाला एक फनिक्युलर, गैलरी और मैनाम वन्यजीव अभयारण्य तक का प्रकृति पथ भी शामिल है। यह पहल पर्यावरण संरक्षण को सुनिश्चित करते हुए उच्च मूल्य वाले पर्यटन को बढ़ावा दे रही है।
गेजिंग जिले में स्थित , ऐतिहासिक सिंगशोर ब्रिज खूबसूरत कांच के स्काईवॉक में तब्दील किया जा रहा है | यह स्काईवॉक भारत के सबसे शानदार स्काईवॉक में से एक होगा, जो एक गहरी खाई तक फैला होगा। पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु, यहाँ कैफेटेरिया, पार्किंग सुविधा के साथ एक अतिरिक्त व्यू पॉइंट बनाया जाएगा, जो इसे विश्व स्तरीय पर्यटन आकर्षण केंद्र मे तब्दील करेगा |
इसके अलावा, मेरी सरकार ने होमस्टे, पारंपरिक पर्यटन और स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहित करने की दिशा में राज्य के विभिन्न समुदाय-आधारित पर्यटन को भी प्राथमिकता दी है। स्थानीय विभिन्न समुदायों को सशक्त बनाकर, हम एक ऐसा पर्यटन मॉडल तैयार कर रहे हैं जो समावेशी, आर्थिक रूप से व्यवहार्य और पर्यावरण अनुकूल हो।
ये दूरदर्शी परियोजनाएं स्थायी पर्यटन विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं और यह सुनिश्चित करती हैं कि आर्थिक विस्तार पर्यावरण संरक्षण के साथ जुड़ा हुआ है |
माननीय सदस्यगण,
मेरी सरकार महिला सशक्तिकरण और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है और उनकी वित्तीय स्वतंत्रता, नेतृत्व क्षमता और समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है | प्रगतिशील नीतियों और समर्थन के माध्यम से, हम एक ऐसे समाज को बढ़ावा देने के लिए कटिबद्ध हैं जहां हर महिला आगे बढ़ सके, समाज मे अपना सार्थक योगदान दे सके और आत्मनिर्भर और सम्मानपूर्वक जीवन जी सके।
‘सिक्किम आमा सशक्तिकरण योजना’ हजारों एकल माताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करने, उनकी आर्थिक स्थिरता को मजबूत करने और उनके बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने में सहायक रही है। इस योजना के तहत, लाभार्थियों को दो किस्तों में ₹40,000 का वार्षिक वित्तीय अनुदान मिलता है, जिससे वे अपने बच्चों की शिक्षा में निवेश कर सकते हैं, छोटे व्यवसाय शुरू कर सकते हैं, या आवश्यक घरेलू जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
मेरी सरकार ने पंचायत सीटों में महिलाओं के लिए 50% आरक्षण भी लागू किया है, जिससे उन्हें अपने नेतृत्व क्षमता की पहचान करते हुए शासन में सक्रिय रूप से भाग लेने का अधिकार प्राप्त हुआ है। इसके अतिरिक्त, संविदात्मक रोजगार में आरक्षित अवसर प्रदान किए गए हैं, जिससे महिलाओं के लिए नौकरी की अधिक संभावनाएं और वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित हुई है।
‘सिक्किम आमा सहयोग योजना’, एक महत्वपूर्ण परिवर्तनकारी पहल है, जो स्वास्थ्य, स्वच्छता और स्वच्छ ऊर्जा तक पहुंच को और मजबूत करती है। इस कार्यक्रम के तहत, पात्र 18 से 59 वर्ष की आयु तक की माताओं को सालाना चार मुफ्त एलपीजी सिलेंडर रिफिल मिलेंगे, जिससे लकड़ी और मिट्टी के तेल जैसे पारंपरिक खाना पकाने के तरीकों पर निर्भरता कम हो जाएगी। यह पहल न केवल ग्रामीण महिलाओं के लिए घरेलू काम के बोझ को कम करती है, बल्कि श्वसन स्वास्थ्य संबंधी दिशा में भी अच्छी पहल है| यह घरों में प्रदूषण को कम करती है और पर्यावरणीय स्थिरता का समर्थन करती है जो सिक्किम को पर्यावरण-अनुकूल घरेलू प्रथाओं में एक मॉडल राज्य के रूप में स्थापित करता है।
इन लक्षित नीतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से, हम एक अधिक समावेशी और न्यायसंगत सिक्किम को स्वरूप प्रदान कर रहे हैं|
माननीय सदस्यगण,
पर्यावरणीय संरक्षण हमेशा सिक्किम की विकास रणनीति का प्रमुख केंद्र रहा है। मनमोहक प्राकृतिक परिदृश्य और जैव विविधता से समृद्ध सिक्किम, अपने पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण के प्रति शुरुआत से ही सजक है। जैसे-जैसे हम प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं, यह आवश्यक है कि विकास और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन बना रहे, ताकि भावी पीढ़ियों को एक स्वच्छ, प्रकृतिक रूप से समृद्ध सिक्किम विरासत में मिले।
2023 में, हमने ‘मेरो रुख मेरो संतति’ पहल की शुरुआत की, जिसे माता-पिता, बच्चों और प्रकृति के बीच संबंध को मजबूत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत, राज्य में प्रत्येक नवजात शिशु के जन्म पर 108 पेड़ लगाए जाते हैं, जो जीवन और पर्यावरण संरक्षण दोनों के प्रति संवेदनशीलता का प्रतीक है। इस पहल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है, जिसमें दुबई में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी 28) भी शामिल है, जिसमें पर्यावरणीय स्थिरता में सिक्किम कि प्रतिबद्धता पुष्ट होती है |
इस प्रयास को और अधिक बढ़ावा देने के लिए मेरी सरकार ने ‘सिक्किम शिशु समृद्धि योजना’ शुरू की है जिससे भावी पीढ़ियों के लिए पर्यावरणीय स्थिरता और वित्तीय सुरक्षा दोनों सुनिश्चित हो सके। इस योजना के तहत, प्रत्येक बच्चे के नाम पर ₹10,800 की एक सावधि जमा की जाती है, जो 18 वर्ष की आयु पहुंचने पर भुनाई जा सकती है। यह पहल न केवल बच्चों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करेगी बल्कि बचपन से ही पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी की भावना को भी विकसित करेगी |
एक और महत्वपूर्ण हरित पहल,’ मेरो बाटो मेरो बोट’ , वन और पर्यावरण विभाग और सड़क विभाग के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास है, जिसका उद्देश्य सड़कों के किनारे हरियाली को और अधिक बढ़ाना है। यह कार्यक्रम राजमार्गों और सड़कों पर वृक्षारोपण और रखरखाव को प्रोत्साहित करता है और सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देते हुए हरित आवरण को और अधिक बढ़ाता है।
इसी तरह, ‘माई चाइल्ड फ्रॉम द वाइल्ड’ कार्यक्रम व्यक्तियों और संगठनों को पार्क प्रबंधन के साथ समझौते के माध्यम से जानवरों को गोद लेकर वन्यजीव संरक्षण में सीधे योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करता है |
इन नवीन नीतियों और पहलों के माध्यम से, मेरी सरकार पर्यावरण प्रबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को उजागर करती है। हम ऐसे भविष्य की दिशा में काम कर रहे हैं जहां आर्थिक विकास और पर्यावरण स्थिरता सामंजस्यपूर्ण रूप से एक दूसरे के पर्याय हो ।
माननीय सदस्यगण,
जैसा कि हम सिक्किम राज्य स्थापना की 50वीं वर्षगांठ मना रहे हैं और एक अत्यधिक महत्वपूर्ण पथ पर अग्रसर हैं, हमारे राज्य के जनसांख्यिकीय संतुलन को बनाए रखना एक चुनौती के रूप में उभर रहा है | राज्य का कुल प्रजनन दर 1998-99 में 2.75 से घटकर 2019-21 में 1.1 हो गई है, जो प्रतिस्थापन दर 2.1 से काफी नीचे है। इस जनसांख्यिकीय बदलाव का हमारे सामाजिक और आर्थिक ताने-बाने पर गंभीर और दीर्घकालिक प्रभाव पड़ रहा है| इसके लिए रणनीतिक हस्तक्षेप जरूरी है।
यह केवल एक चिकित्सीय चुनौती ही नहीं है बल्कि एक जटिल सामाजिक-आर्थिक, मनोवैज्ञानिक और सांस्कृतिक मुद्दा है जिसका समाधान बहु-आयामी दृष्टिकोण से आवश्यक है। इसकी गंभीरता को देखते हुए, मेरी सरकार द्वारा महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, जिसमें विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ साक्ष्य-आधारित सूचना, शिक्षा और संचार (IEC) अभियान और एम्स, नई दिल्ली और आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल), नई दिल्ली के साथ साझेदारी शामिल है। इसके अतिरिक्त, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च ऑन रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हेल्थ, मुंबई द्वारा एक शोध अध्ययन पर विश्लेषण किया जा रहा है।
इसके लिए, एसटीएनएम अस्पताल, गंगटोक में एक प्रजनन चिकित्सा इकाई पहले ही स्थापित की जा चुकी है, जिसमें प्रजनन चुनौतियों का सामना करने वाले जोड़ों की सहायता के लिए लेवल 1 एआरटी (आईवीएफ और आईयूआई) इकाई स्थापित करने की योजना है।ये पहल सिक्किम के जनसांख्यिकीय भविष्य को सुरक्षित करने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करती हैं।
स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं के अतिरिक्त, मेरी सरकार ने ऐसी कई पहल शुरू की हैं जो आर्थिक सशक्तीकरण, सामाजिक सुरक्षा और जनसांख्यिकीय चुनौतियों को संबोधित करती है।
सिक्किम विश्वविद्यालय और सिक्किम मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज सहित कई सरकारी एजेंसियों और शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से सिक्किम इंस्पायर (एकीकृत सेवा प्रावधान और अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए नवाचार पहल) के विशेषज्ञों द्वारा इस दिशा में अध्ययन शुरू कर दिया गया है और उनकी सिफारिशों को पहले से ही सक्रिय रूप से लागू किया जा रहा है।
इस दिशा में मेरी सरकार द्वारा 2022 में शुरू की गई ‘वात्सल्य योजना’, आईवीएफ और बांझपन उपचार वाले जोड़ों को ₹3 लाख की वित्तीय सहायता प्रदान करती है| इस दिशा में, सरकारी महिला कर्मचारियों के लिए 12 महीने का मातृत्व अवकाश अधिनियमित किया गया है । राज्य की जनसंख्या वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए, दूसरे बच्चे के जन्म पर एक अग्रिम वेतन वृद्धि दी जाती है, तीसरे बच्चे के जन्म के साथ एक अतिरिक्त वेतन वृद्धि का प्रावधान है जो बढ़ते परिवारों के लिए वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करती है |
ये पहल एक प्रगतिशील, समावेशी और संपन्न सिक्किम को बढ़ावा देने के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। आर्थिक स्थिरता, सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और जनसांख्यिकीय लचीलेपन को एकीकृत करके, हम एक स्थायी भविष्य की नींव रख रहे हैं।
हमारा परिवार एक समृद्ध समाज की आधारशिला हैं, और उनका सर्वांगीण विकास हमारे दीर्घकालिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। आज हम जो नीतियाँ लागू कर रहे हैं, वे न केवल वर्तमान पीढ़ी को समर्थन प्रदान करेंगी बल्कि आने वाले पीढ़ी के लिए भी एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करेंगी | हम सिक्किम को एक प्रगतिशील, समावेशी और समृद्ध राज्य के रूप में विकसित करने के लिए जीवन के हर पहलू- जन्म, शिक्षा से लेकर रोजगार और सेवानिवृत्ति तक समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं |
माननीय सदस्यगण,
राज्य सरकार की अपनी पहलों के साथ-साथ, मेरी सरकार ने भारत सरकार की प्रमुख योजनाओं को ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ कार्यान्वित किया है। इन प्रयासों और केंद्र सरकार के अटूट समर्थन के माध्यम से, हम माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के 2047 तक विकसित भारत के व्यापक मिशन के साथ जुड़कर, विकसित सिक्किम के अपने दृष्टिकोण को लगातार साकार कर रहे हैं।
भविष्य में, मेरी सरकार प्रगति और विकास की गति को बनाए रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है। हमने “बी-पा-सा” – बिजली, पानी और सड़क को प्राथमिकता दी है, जिन्हें आर्थिक विकास के मूलभूत स्तंभों के रूप में मान्यता दी गई है। इन बुनियादी क्षेत्रों को मजबूत करने से न केवल हमारे नागरिकों के लिए जीवन स्तर में वृद्धि होगी बल्कि नए संभावनाओं के अवसर भी खुलेंगे, सतत विकास को बढ़ावा मिलेगा |साथ ही यह भी सुनिश्चित होगा कि आत्मनिर्भर और प्रगतिशील राज्य के हमारे साझा दृष्टिकोण में प्रत्येक सिक्किमवासी अपना योगदान देने में सशक्त और सक्षम होगा|
जैसा कि मैं आज इस सम्मानित सदन को संबोधित कर रहा हूं, मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस सदन में किए गए विचार-विमर्श से हमारे सिक्किम वासियों का और अधिक आर्थिक ,मानसिक और सामाजिक विकास होगा । आइए, हम एक मजबूत और प्रगतिशील सिक्किम निर्माण की दिशा में नवाचार, समावेशिता और स्थिरता को अपनाते हुए कदम से कदम मिलकर एक साथ आगे बढ़ें ।
जय हिंद! जय सिक्किम!